@स्टालिन_अमर_अक्की #_कोशी क्षेत्रिये समाचार
यूपीएससी परीक्षा में उच्च रैकिंग हासिल करने के बाद भी चैनपुर निवासी सागर कुमार झा ने आईपीएस अधिकारी बनने का फैसला लिया है। परीक्षा में 13 वां स्थान प्राप्त करने के बाद पहली बार सहरसा पहुंचने पर ग्रामीणों व स्थानीय लोगों ने अपने लाल सागर झा का रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया। पुत्र से मिलने पहुंचे उसके पिता मिहिर कुमार झा व परिजन काफी भावुक नजर आये। सागर ने बताया कि उसके परदादा ब्रिटिश शासन काल में सूबेदार थे और चाचा, मामा भी पुलिस सेवा से जुड़े हुए रहे। इसलिए खाकी वर्दी के प्रति आकर्षण व पुलिस अधिकारी बन लोगों की सुरक्षा करना बचपन से ही मेरे आखों में घूम रहा था।
उन्होंने बताया कि विकास से पहले नागरिक सुरक्षा शासन का पहला ध्येय होता है। नागरिकों की सुरक्षा सरकार की सबसे पहली जिम्मेदारी होती है। उन्होंने बताया कि वह मुख्य रूप से नारी सुरक्षा और साइबर क्राइम के प्रति विशेष रूप से काम करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त महीने से मेरी तीन महीने की ट्रेनिंग मसूरी में होगी और उसके बाद नेशनल पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग पूरी होगी। उन्होंने दूसरे छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए वैसे विषयों का चयन करें। जिसमें ज्यादा रूचि हो और करंट अफेयर्स पर विशेष ध्यान देना चाहिए। वहीं उन्होंने योग व मैथिली संगीत के प्रति विशेष आकर्षण की बात कही। मौके पर योग शिक्षक सूर्य नारायण झा, राघव कुमार झा, कुमुदानंद झा, बुद्धिनाथ झा, रामशंकर झा, हीरा कुमार ठाकुर, विष्णु शंकर झा, मनोज शंकर झा, अंशु झा, अगम झा, नितेश कुमार झा, विजय कुमार झा थे।
सागर कुमार झा का रविवार को बनगांव एवं चैनपुर में स्वागत किया गया। बनगांव भगवती स्थान परिसर में आयोजित समारोह में ग्रामीणों द्वारा पाग, चादर, फूल की माला पहनाकर सम्मानित तथा आशीर्वाद दिया गया। वहीं चैनपुर आदि काली स्थान परिसर में आयोजित अभिनन्दन समारोह में भी गांव के सुपुत्र सागर को पाग, चादर, फूल की माला देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगी छात्र-छात्रा को सम्बोधित करते हुए सागर ने मैथ, अंग्रेजी की तैयारी अच्छी तरह से करने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए नियमित पढ़ाई आवश्यक है। छात्रों को मार्ग निर्देशन देने का आश्वासन दिया।
अभिनन्दन समारोह को अवकाश प्राप्त डीआईजी भागेश्वर झा, पूर्व मुखिया चंद्रमोहन झा, मिहिर कुमार झा, मुखिया सोनी देवी, दीप नारायण ठाकुर, हीरा कांत झा ने सम्बोधित किया। मुखिया बिनोद प्रसाद झा, धनन्जय झा,भोला खां, महाबीर झा, राजेन्द्र ठाकुर शक्तिनाथ मिश्र,, भोला चौधरी, शशिधर ठाकुर, रघुवंश झा, गजेंद्र खां, जीतन मिश्र, मनोज झा, बंगटु झा, बनखंडी थे।